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12 की बजाए 8 घंटे होगी ड्यूटी

12 की बजाए 8 घंटे होगी ड्यूटी
Tuesday, 12 Mar 2013 10:53:51 hrs IST
http://www.rajasthanpatrika.com/news/Ajmer/3122013/city-news/436828
अजमेर। रेलवे स्टेशन पर तैनात खलासी अब 12 की जगह 8 घंटे ड्यूटी करेंगे। लगभग पांच साल तक विभागीय स्तर पर एवं कानूनी लड़ाई के बाद आखिर श्रम मंत्रालय ने खलासियों को राहत देते हुए उनके कार्य घंटों में कमी करने के आदेश जारी किए हैं। इस फैसले से देशभर में कार्यरत ग्रुप डी सहित लाखों अन्य कर्मचारियों के लिए भी रास्ता खुला है।
स्टेशन पर सहायक स्टेशन मास्टर खलासी एवं ट्रेन क्लर्क खलासी से रोजाना 12 घंटे कार्य कराया जाता है। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन ने पांच साल पूर्व नियमों का हवाला देते हुए इनके कार्यघंटे कम करके 8 घंटे करने की मांग उठाई थी।
यह हैं नियम
नियमों के तहत 12 घंटे की ड्यूटी कर रहा कर्मचारी अगर इस दौरान 6 घंटे तक मानसिक अथवा शारीरिक कार्य में व्यस्त है तो उसकी पारी 8 घंटे निर्घारित की जाती है।
दो बार हुआ कार्य विश्लेष्ाण
खलासियों के कार्यघंटे निर्घारित करने के लिए रेल प्रशासन ने 20 अगस्त 09 से 23 अगस्त 09 तक इनका कार्य विश्लेष्ाण कराया। इसमें प्रभावी कार्य समय 6 घंटे से अघिक पाया गया। रेल मुख्यालय ने इसे अस्वीकार कर 10 मइ्रü 11 से 13 मइ्रü11 तक दुबारा कार्य विश्लेष्ाण कराया। लेकिन इस बार प्रभावी कार्य 6 घंटे से कम पाया गया। यूनियन ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने ष्ाड्यंत्र के तहत कार्य विश्लेष्ाण में गड़बड़ी कर प्रभावी कार्य कम दर्ज किया है।
अजमेर से श्रम मंत्रालय तक पहुंचा मामला
कार्य घण्टों का मुद्दा सबसे पहले अजमेर में उठा। यहां यूनियन ने रेल प्रशासन के साथ आयोजित नियमित बैठक (पीएनएम) में मार्च 2008 में इस मुद्दे को उठाया। कार्य विश्लेष्ाण पर विवाद के बाद यूनियन ने मई 2011 में क्षेत्रीय श्रम आयुक्त अजमेर के यहां अपील की। श्रम आयुक्त ने कर्मचारियों के पक्ष में फैसला दिया। रेलवे मुख्यालय ने इस फैसले को दिसम्बर 12 में केन्द्रीय श्रम मंत्रालय में चुनौती दी। श्रम मंत्रालय ही अपील अघिकारी है। सभी पक्षों को सुनने के बाद मंत्रालय के सह सचिव एवं अपील अघिकारी चन्द्र प्रकाश ने रेलवे मुख्यालय की अपील खारिज कर दी।
लाखों कर्मचारियों से 12 घंटे काम
रेलवे के लाखों कर्मचारियों से 12 घंटे काम लिया जा रहा है। अनेक छोटे स्टेशनों पर तो स्टेशन मास्टर भी 12 घंटे से अघिक कार्य कर रहे हैं। श्रम मंत्रालय के आदेश का हवाला देकर अब वे भी अपने हक के लिए अपील कर सकेंगे। हालांकि अंतिम फैसला होने से पहले उनको भी कार्य विश्लेष्ाण की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
ओवर टाइम भी मिलेगा
चार साल तक विभिन्न स्तर पर यूनियन ने लड़ाई लड़ी। अब कर्मचारियों को न्याय मिला है। श्रम मंत्रालय के फैसले के बाद कर्मचारियों के कार्य घंटे कम होंगे। साथ ही अब तक किए अतिरिक्त कार्य के लिए ओवरटाइम भी मिलेगा। रेलवे में 25 प्रतिशत कर्मचारी अब भी 12 घंटे नौकरी कर रहे हैं।
मोहन चेलानी, मंडल अध्यक्ष, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन

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